Warning: include_once(/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php): Failed to open stream: No such file or directory in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22

Warning: include_once(): Failed opening '/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php' for inclusion (include_path='.:/opt/alt/php82/usr/share/pear:/opt/alt/php82/usr/share/php:/usr/share/pear:/usr/share/php') in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22
आज धरती से टकरा सकता है क्षुद्रग्रह, रफ्तार 30000 KM; NASA की चेतावनी- हजारों साल पहले भी हुई थी ऐसी घटना… – vishvasamachar

आज धरती से टकरा सकता है क्षुद्रग्रह, रफ्तार 30000 KM; NASA की चेतावनी- हजारों साल पहले भी हुई थी ऐसी घटना…

हवाई जहाज आकार जितना एक क्षुद्रग्र्ह आज धरती से टकरा सकता है।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अलर्ट भी जारी किया है। नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि क्षुद्रग्रह का आकार करीब 99 फीट है है।

चेतावनी जारी हुई है कि 11 जून को शाम साढ़े चार बजे करीब यह क्षुद्रग्रह धरती के बेहद करीब से गुजरेगा। यह क्षुद्रग्रह करीब 30 हजार किलोमीटर की रफ्तार से धरती की तरफ बढ़ रहा है। नासा की टीम इस क्षुद्रग्रह को 2024 CR9 नाम दिया है। 

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि इसी तरह की घटना 52 हजार साल पहले भी हुई थी। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसी आकार का एक क्षुद्रग्रह हमारी धरती से टकराया था।

तब तबाही मची थी। अगर ऐसी घटना फिर होती है तो पृथ्वी में 2.2 किलोमीटर लंबा और 467 मीटर गहरा गड्ढा बन जाएगा। हालांकि नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी धरती से टकराने की संभावना बेहद कम है। ज्यादातर इस क्षुद्रग्रह के धरती से बेहद नजदीक से गुजरने की संभावना है।

क्षुद्रग्रह के धरती से टकराने पर क्या होगा?
नासा ने यह भी कहा कि 7.4 मिलियन किमी की दूरी से धरती की तरफ बढ़ रहे इस क्षुद्रग्रह का आकार 330 मीटर चौड़ा और 750 मीटर लंबा है।

अगर य़ह क्षुद्रग्रह धरती से टकरा गया तो इससे पृथ्वी पर 424 मेगाटन के बराबर ऊर्जा निकलेगी। इससे तबाही मच सकती है और आस-पास का इलाका पूरी तरह से नष्ट हो सकता है। आस-पास की इमारतें ध्वस्त हो सकती हैं। 

क्षुद्रग्रह क्या होता है? 
क्षुद्रग्रह असल में एक चट्टान है। इसका अपना कोई वायुमंडल नहीं होता। यह हमारे सौर मंडल का हिस्सा जरूर होता है लेकिन, न यह ग्रह की श्रेणी में आता है और न ही उपग्रह।

यह हमारे सौर मंडल के भीतर परिक्रमा करता रहता है। क्षुद्रग्रहों के आकार में भी काफी भिन्नता होती है। इनका व्यास एक किलोमीटर से लेकर एक हजार किलोमीटर तक हो सकता है। 

इससे पहले, नासा ने एक अन्य क्षुद्रग्रह को लेकर भी चेतावनी दी थी कि 280 फीट आकार जितना बड़ा एक क्षुद्रग्रह 21 अप्रैल को पृथ्वी से टकरा सकता है।

इस क्षुद्रग्रह को 2024 GM नाम दिया गया था। हालांकि हुआ यूं कि यह धरती के पास से गुजरा और फिर घूमकर उसी तरफ निकल गया, जहां से आया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nagatop

nagatop

kingbet188