Warning: include_once(/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php): Failed to open stream: No such file or directory in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22

Warning: include_once(): Failed opening '/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php' for inclusion (include_path='.:/opt/alt/php82/usr/share/pear:/opt/alt/php82/usr/share/php:/usr/share/pear:/usr/share/php') in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22
भारतीय सेना हो रही ताकतवर; अब अमेरिका ने भी कबूला, कहा- चीन को पछाड़ने की तैयारी… – vishvasamachar

भारतीय सेना हो रही ताकतवर; अब अमेरिका ने भी कबूला, कहा- चीन को पछाड़ने की तैयारी…

पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत विश्व में लगातार अपनी धमक बना रहा है।

इस बात को अब अमेरिका ने भी कबूल लिया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के शीर्ष खुफिया अधिकारी ने संसद को बताया कि भारतीय सेना लगातार अपनी ताकत बढ़ा रही है।

चीन को पछाड़ने और रूसी उपकरणों पर निर्भरता कम करने के लिए भारत अपनी सेना को लगातार आधुनिक बना रहा है।

अमेरिका में रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल जेफरी क्रूस चीन का मुकाबला करने को लेकर संसद में चल रही बैठक के दौरान बोल रहे थे।

उन्होंने सदन में सशस्त्र सेवा समिति और खुफिया उपसमिति के सदस्यों को बताया कि पिछले वर्ष भारत ने जी-20 के आर्थिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर खुद को एक वैश्विक अगुआ के रूप में प्रदर्शित किया है और पूरे हिंद प्रशांत क्षेत्र में पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) की गतिविधि का मुकाबला करने के लिए खुद को सक्षम साबित किया है।

उन्होंने कहा कि भारत ने प्रशिक्षण और रक्षा बिक्री के माध्यम से फिलीपीन जैसे क्षेत्रीय दक्षिण चीन सागर दावेदारों के साथ हिंद प्रशांत क्षेत्र में उन्नत साझेदारी की है।

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस व जापान के साथ अपने सहयोग को और मजबूत किया है।

क्रूस ने कहा, ”2023 में भारत ने चीन से प्रतिस्पर्धा करने और रूसी उपकरणों पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए अपनी सेना को आधुनिक बनाने के लिए कई कदम उठाए।

भारत ने स्वदेशी विमानवाहक पोत का समुद्री परीक्षण किया और प्रमुख रक्षा प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण पर कई पश्चिमी देशों के साथ बातचीत भी की है।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nagatop

nagatop

kingbet188