Warning: include_once(/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php): Failed to open stream: No such file or directory in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22

Warning: include_once(): Failed opening '/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php' for inclusion (include_path='.:/opt/alt/php82/usr/share/pear:/opt/alt/php82/usr/share/php:/usr/share/pear:/usr/share/php') in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22
परमाणु हथियार के परीक्षण की तैयारी में चीन, सैटेलाइट तस्वीरों से दुनिया भर में हड़कंप; रिपोर्ट में बड़ा खुलासा… – vishvasamachar

परमाणु हथियार के परीक्षण की तैयारी में चीन, सैटेलाइट तस्वीरों से दुनिया भर में हड़कंप; रिपोर्ट में बड़ा खुलासा…

क्या चीन परमाणु परीक्षण की तैयारी में जुटा है? इस बात की आशंका कुछ सैटेलाइट तस्वीरों के सामने आने के बाद जताई जा रही है।

न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी इन फोटोज में चीन के शिन्जियान में स्थित लोप नर न्यूक्लियर टेस्ट फैसिलिटी में गतिविधियां होती नजर आ रही हैं।

इन तस्वीरों से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि चीन बहुत जल्द ही परमाणु परीक्षण कर सकता है। इन परमाणु परीक्षणों के दम पर चीन खुद को और अधिक मजबूत बनाने की फिराक में हैं।

बता दें कि अगर चीन न्यूक्लियर टेस्ट की दिशा में कदम बढ़ाता है तो एशियाई उपमहाद्वीप पर तो इसका असर पड़ेगा ही। चीन के अमेरिका समेत अन्य देशों से संबंधों में उतार-चढ़ाव आने की आशंका रहेगी। हालांकि चीन ने इन बातों का खंडन किया है।

अमेरिका से संबंधों पर असर?
चीन का यह कदम नई पीढ़ी की बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों पर लगाए गए न्यूक्लियर वॉरहेड को और अधिक क्षमता देने की कोशिश के तहत नजर आते हैं।

द न्यूयॉर्क टाइम्स का विश्लेषण एक प्रमुख इंटरनेशनल जियोस्पशल इंटेलीजेंस एक्सपर्ट डॉ. रेनी बेबियार्ज द्वारा मुहैया कराए गए सबूतों पर आधारित है।  

डॉ. बेबियार्ज पेंटागन के पूर्व विश्लेषक हैं। उन्होंने लोप नूर केंद्र की सैटेलाइट इमेजेज की स्टडी करने में कई साल बिताए।

बता दें कि लोप नूर में ही चीन ने 16 अक्टूबर, 1964 को अपना पहला परमाणु परीक्षण किया था। ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने कहाकि लोप नूर की यह एक्टिविटी अमेरिका-चीन संबंधों के सबसे सेंसिटिव मोमेंट्स में से है।

इसके मुताबिक प्रेसीडेंट बाइडेन चीन-अमेरिका संबंधों का स्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले महीने ही उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मीटिंग की थी।

चीन ने खारिज की रिपोर्ट
चीन ने अपनी ओर से रिपोर्ट को खारिज किया है। दूसरी ओर द न्यूयॉर्क टाइम्स का दावा है कि पिछले कुछ साल में लोप नूर स्थित इस ठिकाने को अपग्रेड किया गया है।

इसके मुताबिक 2017 तक, मुट्ठी भर इमारतों के साथ एक पुरानी साइट सुरक्षा बाड़ से घिरे एक स्लीक, अल्ट्रामॉडर्न कॉम्प्लेक्स में बदल गई थी।

इसके अलावा अखबार ने यह भी दावा किया है कि यह बिल्कुल ही नया स्ट्रक्चर है। इसमें मिट्टी के बर्मों और बिजली गिरने से सुरक्षित रहने वाला एक बंकर है जो उच्च स्तर के विस्फोटकों को भी सह सकता है।

सिर्फ इतना ही नहीं, तस्वीरों में नया एयरबेस, कई शॉफ्ट बनाना और करीब 90 फीट का ड्रिलिंग रिग और स्मोकिंग गन जैसी चीजें भी नजर आ रही हैं।

मिनी टाउनशिप भी
तस्वीरों में एक मिनी टाउनशिप भी दिखाई दे रही है। जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह लोप नूर में चल रही एक्टिविटीज को सपोर्ट करने के लिए बनाई गई है।

टाउनशिप के भीतर एक रिग है जो लोप नूर साइट जैसा ही है और सैकड़ों किलोमीटर दूर है। इसे शाफ्ट ड्रिलर्स के लिए एक ट्रेनिंग साइट माना जाता है।

चीन की रॉकेट फोर्स, जो उसके सैन्य शस्त्रागार का एक प्रमुख विशिष्ट हिस्सा है, बीजिंग के हवा, समुद्र और जमीन से लॉन्च की जाने वाली परमाणु मिसाइलों के परमाणु त्रिकोण को नियंत्रित करता है।

यह एक एकीकृत कमांड और नियंत्रण प्रणाली के तहत काम करता है और एक कट्टरपंथी विस्तार के बीच में है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nagatop

nagatop

kingbet188

slot gacor

SUKAWIN88