Warning: include_once(/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php): Failed to open stream: No such file or directory in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22

Warning: include_once(): Failed opening '/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php' for inclusion (include_path='.:/opt/alt/php82/usr/share/pear:/opt/alt/php82/usr/share/php:/usr/share/pear:/usr/share/php') in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22
आज से क्रूड ऑयल पर विंडफॉल टैक्स हुआ कम, डीजल और एटीएफ के लिए कोई बदलाव नहीं – vishvasamachar

आज से क्रूड ऑयल पर विंडफॉल टैक्स हुआ कम, डीजल और एटीएफ के लिए कोई बदलाव नहीं

भारत ने 16 मई यानी आज से पेट्रोलियम क्रूड ऑयल पर विंडफॉल टैक्स को ₹8,400 से घटाकर ₹5,700 प्रति मीट्रिक टन कर दिया है।

15 मई को सरकार की एक अधिसूचना के अनुसार, डीजल और एटीएफ के लिए अप्रत्याशित कर में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

विंडफॉल टैक्स को हर दो सप्ताह में संशोधित किया जाता है। इससे पहले 1 मई को पेट्रोलियम क्रूड के लिए ₹9,600 से घटाकर ₹8,400 प्रति मीट्रिक टन कर दिया गया था।

4 अप्रैल 2024 को पेट्रोलियम क्रूड पर विंडफॉल टैक्स ₹4,900 से बढ़ाकर ₹6,800 प्रति मीट्रिक टन कर दिया गया था और 16 अप्रैल से इसमें एक और बढ़ोतरी की गई थी।

तब विंडफॉल टैक्स ₹6,800 से बढ़ाकर ₹9,600 प्रति मीट्रिक टन कर दिया गया था।

इससे पहले मार्च 2024 के पहले सप्ताह में यह टैक्स ₹4,600 प्रति मीट्रिक टन था, और महीने के बीच में इसे बढ़ाकर ₹4,900 प्रति मीट्रिक टन कर दिया गया।

क्यों लगता है विंडफॉल टैक्स

भारत ने उन निजी रिफाइनरों को रेग्युलेट करने के लिए जुलाई 2022 में कच्चे तेल उत्पादकों पेट्रोल, डीजल और विमानन ईंधन के निर्यात पर इस टैक्स को शुरू किया, जो मजबूत रिफाइनिंग मार्जिन से लाभ पाने के लिए भारत के बजाय विदेशों में फ्यूल बेचना चाहते थे।

जुलाई 2022 में भारत सरकार ने कच्चे तेल उत्पादकों को टार्गेट करते हुए विंडफॉल टैक्स लगाया। इसके बाद, पेट्रोल, डीजल और एटीएफ के निर्यात को कवर करने के लिए इसका विस्तार किया गया।

इसका उद्देश्य निजी रिफाइनरों को रेग्युलेट करना और उन्हें घरेलू बाजार सप्लाई को प्राथमिकता देने के बजाय विदेशों में इन ईंधनों को बेचकर ऊंची वैश्विक कीमतों पर पूंजी लगाने से रोकना है।

बता दें वित्त मंत्रालय हर दो सप्ताह में विंडफॉल टैक्स की दर को समायोजित करता है।

क्रूड की कीमतें

6 मई को तेल की कीमतों में वृद्धि जारी रही। यह वृद्धि अमेरिका में मजबूत मांग के संकेत और उम्मीद से धीमी मुद्रास्फीति दिखाने वाले आंकड़ों से प्रेरित थी, जो ब्याज दर में कटौती का समर्थन करती है।

इससे मांग को और बढ़ावा मिल सकता है। आज ब्रेंट वायदा 42 सेंट या 0.5 प्रतिशत बढ़कर 83.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। जबकि, यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई) 43 सेंट या 0.6 प्रतिशत चढ़कर 79.06 डॉलर पर पहुंच गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nagatop

nagatop

kingbet188

slot gacor

SUKAWIN88