Warning: include_once(/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php): Failed to open stream: No such file or directory in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22

Warning: include_once(): Failed opening '/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php' for inclusion (include_path='.:/opt/alt/php82/usr/share/pear:/opt/alt/php82/usr/share/php:/usr/share/pear:/usr/share/php') in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22
न कोई बीमा पॉलिसी, बैंक खाते में भी सिर्फ 574 रुपये; जानें कितने धनवान हैं PM मोदी… – vishvasamachar

न कोई बीमा पॉलिसी, बैंक खाते में भी सिर्फ 574 रुपये; जानें कितने धनवान हैं PM मोदी…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी संपत्ति की घोषणा की है।

उनके पास अब कोई जीवन बीमा पॉलिसी नहीं है। इसकी पूरी संभावना है कि उनकी बीमा पॉलिसी का समय पूरा हो गया है।

उससे जो भी धन उन्हें मिला उसे उन्होंने फिक्स डिपोजिट खाते में डाल दिया है। नई घोषणा के अनुसार, उनकी संपत्ति में एक एफडी और एक राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र शामिल है।

इस साल 31 मार्च तक उनके पास एसबीआई की गांधीनगर शाखा में एफडी खाते में 2.47 करोड़ थे। पिछले एक साल में एफडी खाते में 37 लाख की वृद्धि हुई है।

पीएम मोदी द्वारा की गई घोषणाओं के मुताबिक, उनके पास कोई भी देनदारी नहीं है। प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र में भी 14,500 रुपये की वृद्धि हुई है। 31 मार्च 2023 को उनकी एनएससी की कीमत 9.19 लाख थी।

पीएम मोदी के पास ना तो कोई ऋण है और ना ही वाहन या जमीन है। पीएम के पास 20,000 के बांड थे। अधिकांश नेताओं की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास इक्विटी बाजार में कोई जोखिम नहीं है।

बैंक बैलेंस की बात करें तो पीएम मोदी के पास सिर्फ 574 हैं। इस साल 31 मार्च को उनके पास 30,240 नकद थे।

प्रधानमंत्री मोदी कोई वेतन नहीं लेते हैं। वह पूरी राशि दान कर देते हैं। उनका केवल एक बैंक खाता है, जो कि गांधीनगर में एसबीआई की शाखा में है। यह बैंक अकाउंट उनके पास गुजारात के मुख्यमंत्री बनने के बाद से है।

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी केंद्रीय मंत्री स्वेच्छा से अपनी और अपने परिवार के सदस्यों की संपत्ति और देनदारियों की घोषणा करते हैं। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में हुई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nagatop

nagatop

kingbet188

slot gacor

SUKAWIN88