Warning: include_once(/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php): Failed to open stream: No such file or directory in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22

Warning: include_once(): Failed opening '/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php' for inclusion (include_path='.:/opt/alt/php82/usr/share/pear:/opt/alt/php82/usr/share/php:/usr/share/pear:/usr/share/php') in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22
जब 12 साल पहले भारत आई थीं पाकिस्तान की हिना रब्बानी खार, पर्स-गले के हार की क्यों होने लगी थी चर्चा?… – vishvasamachar

जब 12 साल पहले भारत आई थीं पाकिस्तान की हिना रब्बानी खार, पर्स-गले के हार की क्यों होने लगी थी चर्चा?…

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो गुरुवार को गोवा पहुंच गए। यह पिछले 12 साल में पहली बार है, जब किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने भारत का दौरा किया हो।

यूपीए-2 शासन के दौरान तत्कालीन पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार भारत आई थीं। उस दौरान भारत के विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा थे।

हिना ने तब विपक्ष में रही भाजपा के दिग्गज नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज से भी मुलाकात की थी। हिना रब्बानी का वह दौरा राजनीतिक वजहों के अलावा, उनके गले में पड़े हार, फैशन सेंस,  लाखों के पर्स, घड़ी के लिए भी काफी चर्चित रहा था। 

साल 2011 में भारत दौरे पर आईं हिना रब्बानी ने दोनों देशों की बातचीत के जारी रहने की उम्मीद जताई थी। उस वक्त भी दोनों देशों के बीच रिश्ते तल्ख बने हुए थे।

साल 2008 में हुए मुंबई में आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते काफी खराब हो गए थे। इसका असर दोनों देशों की बैठकों में भी देखा गया था।

वहीं, जब बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने हिना से मुलाकात की थी, तो उन्होंने भी आतंकी हमले का मुद्दा उठाते हुए आरोपियों पर पाक में चल रहे केस में तेजी न होने पर नाराजगी व्यक्त की थी।

इसके अलावा, हिना की हुर्रियत नेताओं से हुई मुलाकात पर भी सुषमा स्वराज ने नाराजगी जताई थी। हालांकि, उस वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के जरिए ही दोनों देशों से जुड़े मामले सुलझाए जाने की वकालत की गई थी।

यात्राओं को बढ़ाने, बसों के फेरों की संख्या भी बढ़ाने और भरोसा व सहयोग बढ़ाए जाने पर सहमति जताई गई थी।

चर्चा में रहा था हिना का पर्स, गले का हार 
जैसे ही हिना रब्बानी भारत पहुंचीं, वैसे ही उनके फैशन सेंस पर भी चर्चाएं होने लगीं। हिना के गले का हार चर्चा में आ गया था। वहीं, हिना के पर्स की कीमत 7 लाख रुपये बताई गई थी, जबकि हाथ की घड़ी की कीमत भी लाखों में थी।

उस समय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि हिना ने हाथ में जो घड़ी पहन रखी थी, उसकी कीमत 13 लाख थी। नई दिल्ली में हिना के विशेष विमान के लैंड करते हुए वह सुर्खियों में आ गईं। उस समय हिना ने नीले रंग का सलवार सूट पहन रखा था।

मीडिया में हिना के उस दौरे की जमकर कवरेज हुई और उम्मीद की जाने लगी कि इस अहम दौरे के बाद से शायद पाकिस्तान आतंकियों को समर्थन देना बंद कर दे और दोनों पड़ोसियों के बीच रिश्ते सुधर जाएं, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।

समय के साथ भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते खराब ही होते गए। बता दें कि हिना पाकिस्तान के जाने-माने परिवार से संबंध रखती हैं।

उन्होंने मैसुच्यैट्स से हॉस्पिटैलिटी की डिग्री हासिल की गई है, जबकि पाकिस्तान के लाहौर में ही पोलो ग्राउंड में रेस्टोरेंट की ओनर भी हैं।

हिना पाकिस्तान में साल 2011 से 2013 तक विदेश मंत्री रही थीं। इसी दौरान उन्होंने भारत का दौरा किया था। अब हिना पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री के पद पर हैं।   

अब 12 साल बाद भारत आए बिलावल, क्या हैं उम्मीदें?
हिना रब्बानी खार के बाद अब गुरुवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत पहुंचे हैं। यह बैठक उस दौर में हो रही है, जब पिछले कई सालों से दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी खराब बने हुए हैं।

साल 2019 में भारत ने पुलवामा हमले का सामना किया, जिसके पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन का हाथ था। वहीं, पिछले दिनों पुंछ आतंकी हमले की वजह से भी पाकिस्तान का असली चेहरा सामने आ गया है।

कराची में गोवा के लिए निकलने से पहले बिलावल भुट्टो ने बयान दिया कि वह गोवा में एससीओ सदस्य देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बातचीत करना चाहते हैं।

अंग्रेजी और उर्दू के मिश्रण में बोलते हुए उन्होंने कहा, “आज, मैं भारत में गोवा जा रहा हूं, जहां मैं एससीओ के विदेश मंत्रियों की परिषद में भाग लेने के लिए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहा हूं।”

हालांकि, मामले से परिचित लोगों का कहना है कि बिलावल भुट्टो और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच द्विपक्षीय बैठक का कोई प्रस्ताव नहीं है।

लेकिन गुरुवार शाम ताज एक्सोटिका रिजॉर्ट में डिनर में दोनों मंत्रियों के आमने-सामने आने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nagatop

nagatop

kingbet188

slot gacor

SUKAWIN88