Warning: include_once(/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php): Failed to open stream: No such file or directory in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22

Warning: include_once(): Failed opening '/home/u140703092/domains/karmyoginews.com/public_html/wp-content/plugins/wp-super-cache/wp-cache-phase1.php' for inclusion (include_path='.:/opt/alt/php82/usr/share/pear:/opt/alt/php82/usr/share/php:/usr/share/pear:/usr/share/php') in /home/u459374497/domains/vishvasamachar.com/public_html/wp-content/advanced-cache.php on line 22
खराब इंडोर स्टेडियम बनाने वाला इंजीनियर वसीम खान को प्रमोशन,बने निगम सचिव… – vishvasamachar

खराब इंडोर स्टेडियम बनाने वाला इंजीनियर वसीम खान को प्रमोशन,बने निगम सचिव…

भिलाई नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड 65, सेक्टर 7 में निर्माणाधीन इंडोर बैडमिंटन कोर्ट ढहने के मामले में की गई निगम आयुक्त की कार्रवाई पर सवार खड़े हो रहे हैं।

निगम प्रशासन ने इस मामले में दोषी उप अभियंता श्वेता महेश्वर को तो सस्पेंड कर दिया, लेकिन उससे बड़े अधिकारी सहायक अभियंता मो. वसीम खान को प्रमोशन दे दिया।

कोर्ट ढहने के बाद वसीम जोन 5 के सहायक अभियंता तो रहेंगे ही साथ ही अब वो निगम सचिव की जिम्मेदारी संभालेंगे।

निगम आयुक्त रोहित व्यास ने आदेश जारी करते हुए निगम के सचिव नरेंद्र कुमार बंजारे को पद से हटाकर उनकी जगह जोन 5 के सहायक अभियंता मो. वसीम खान को सचिव पद की जिम्मेदारी दे दी है।

बताया जा रहा है कि ऐसा राजनीतिक दबाव के चलते हुआ है। भिलाई निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा का कहना है कि किसी भी निर्माण की गुणवत्ता देखरेख की जिम्मेदारी जितनी सब इंजीनियर की होती है उतनी ही सहायक अभियंता की भी होती है। बैडमिंटन कोर्ट ढहने के मामले में निगम आयुक्त ने सब इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया, लेकिन इसमें सहायक अभियंता को क्यों छोड़ दिया गया।

ऐसा क्या दबाव था कि निगम आयुक्त को उसको सहायक अभियंता रहते हुए निगम सचिव के पद की भी जिम्मेदारी देनी पड़ी।

निर्माण कर्ता ठेकेदार पर भी मामूली कार्रवाई
निगम आयुक्त रोहति व्यास ने निर्माणाधीन इंडोर बैडमिंटन कोर्ट की दीवार ढह जाने के मामले में 4 सदस्यीय टीम का गठन किया था।

इस टीम में अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार जोशी सहित अधीक्षण अभियंता बीके देवांगन, कार्यपालन अभियंता संजय बागडे़ और सहायक अभियंता विनिता वर्मा शामिल थे। टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी। इसमें तकनीकी खामी के साथ-साथ घटिया निर्माण की बात सामने आ रही है।

इसके बाद भी निर्माण एजेंसी किरण कंस्ट्रक्शन पर कोई खास कार्रवाई नहीं हुई। उसका केवल इस कार्य का अनुबंध और कार्य आदेश निरस्त कर अमानती राशि को राजसात किया गया।

इसके बाद वहीं ठेकादर फिर से निगम के दूसरे कार्य कर रहा है। जबकि निगम को चाहिए था कि वो ठेकेदार पर ब्लैकलिस्ट की कार्रवाई करे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nagatop

nagatop

kingbet188

slot gacor

SUKAWIN88